बनावटी होती दोस्ती... बनावटी होती दोस्ती...
मनोहर पर्रिकर जी को समर्पित। मनोहर पर्रिकर जी को समर्पित।
रूप पर जाने वाले बाहरी सुंदरता की ओर आकर्षित हो जाते हैं, रूप पर जाने वाले बाहरी सुंदरता की ओर आकर्षित हो जाते हैं,
ये मदद के नाम पर तमाशे बहुत हमने देखे हैंं ऐसे इंसानों से नफ़रत हम करते हैं। ये मदद के नाम पर तमाशे बहुत हमने देखे हैंं ऐसे इंसानों से नफ़रत हम करते हैं।
और बनावटी हंसी के साथ जिंदगी जीने का नाटक कर रहे हैं। और बनावटी हंसी के साथ जिंदगी जीने का नाटक कर रहे हैं।
चाहे कुछ कर लूं ,अब मुझे मोहब्बत नहीं होती, किसी दिल की इस दिल को अब चाहत नहीं होती, चाहे कुछ कर लूं ,अब मुझे मोहब्बत नहीं होती, किसी दिल की इस दिल को अब चाहत नही...